पत्रकारिता क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनाने वाले प्रशान्त त्रिपाठी को जान का खतरा.

 लखनऊ. निपुण भारत समाचार न्यूज़ चैनल के संपादक को मिली जान से मारने की धमकी. हाल ही में उन्नाव जिले में कुछ अज्ञात पत्रकारों की राजनीतिक गतिविधियों के कारण उनकी एक निजी रिकॉर्डिंग व्हाट्सएप समूहों में बिना उनकी जानकारी के वायरल की जा रही थी। प्रशान्त ने बताया कि उनका व्यक्तिगत फोन दो महीनों से खराब था,जिसके चलते वो स्मार्ट फ़ोन का प्रयोग न करके मल्टीमीडिया फ़ोन इस्तेमाल करने लगे थे, जिसके बाद एक अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया और उन्हें धमकी दी गई।

प्रशांत त्रिपाठीजो उन्नाव के निवासी हैवर्तमान समय में लखनऊ में जनसंचार एवं पत्रकारिता की पढ़ाई कर रहे हैं और किसी संस्थान में लखनऊ ब्यूरो के पद पर कार्यरत हैं। प्रशान्त ने उन्नाव जिले से लगभग दो साल पहले भाजपा आई टी सेल में शामिल होकर राजनीतिक क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई थी। और पत्रकरिता क्षेत्र में उनका 5 साल पुराना अनुभव भी देखने को मिलता है.



उनके अनुसारकॉलर ने कहा, "आज से ठीक एक महीने में तुम्हें हम बर्बाद कर देंगे और तुम्हें जान से मार देंगेहम बहुत सिस्टम में हैं तुम हमारा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकतेआज से दिन गिनना शुरू कर दो।"

इस घटना से प्रार्थी अत्यंत परेशान हैं और वे लखनऊ में अपने भविष्य को लेकर चिंतित है और प्रशान्त लगभग दो साल से लखनऊ में रह रहे हैं और जनसंचार एवं पत्रकारिता की पढाई कर रहे हैं।

उन्होंने माननीय मुख्यमंत्री से अनुरोध किया है कि वे इस मामले में सुरक्षा की दृष्टि से कार्रवाई करें और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करें।


भाजपा से पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की “बाहुबली कुलदीप सिंह सेंगर” डॉक्यूमेंटी फिल्म बनायीं

प्रशान्त ने पत्रकारिता की शुरुवात छोटे छोटे गाँव की सामाजिक समस्याओ से आरंभ की और देखते ही देखते डिजिटल मीडिया के जगत में अपनी पैठ बनाने लगे |

वहीँ उनके कदम माखी की और निकल पड़े जहाँ उन्हें निर्दोष व्यक्ति के फसाए जाने की बात पता चली वह व्यक्ति कोई और नहीं भाजपा पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ही थे,

जिनकी कहानी सुन प्रशान्त ने एक सच्चे समाजसेवी और जन नायक की एक फिल्म ही बना डाली, जिसके बाद प्रशान्त के चर्चे उन्नाव के बाद लखनऊ राजधानी में भी होने लगे|

और इसी बीच उनके फिल्म बनाने को लेकर पु० वि० कुलदीप सिंह सेंगर के दुश्मनों ने उनपर हमला भी किया था,

जिसके बाद कुलदीप सिंह सेंगर ने अपनी बेटी की शादी में प्रशान्त से मुलाकात की.

 

ऐसे में जनपद उन्नाव में उनको चाहने वालो की बहुत लम्बी लिस्ट है जिसमे समाज सेवा के चलते अनेको आपस के ही लोग दुश्मनी कर बैठते |

उन्नाव जनपद को कलम और आजाद की धरती कहा जाता है इस धरती पर अनेको कलमकारों का इतिहास दोहराया जाता है  |

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